Blog By Rushi Dave: फिल्म : औरो में कहां दम था

પાંચ દસ વાર ગોખી નાખો તો પણ ભૂલી જવાના ચાન્સીસ છે. આવા અટપટા નામ વાળી ફિલ્મ દિગ્દર્શક, સ્ટોરી એન્ડ સ્ક્રીપ્ટ રાઇટર નીરજ પાંડે એ બનાવી છે. ફિલ્મ જોરદાર છે સુપર્બ છે

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Film Auro Mein Kau Dum Tha
फिल्म : औरो में कहां दम था
कहां बैठना पसंद करोगे ? अंदर या बाहर ? आज ही निकला हूं अंदर से, बाहर ही ठीक रहेगा 
જ્યારથી આ ફિલ્મનું પોસ્ટર રીલીઝ થયું છે ત્યારથી અજય દેવગણ અને તબુ ફિલ્મમાં લીડ રોલમાં છે, એવું ફિલ્મ રસિયાઓના મગજમાં અંકિત થઈ ગયું હશે. ફિલ્મ કઈ ? ફિલ્મનું નામ શું છે? એ યાદ રાખવું અઘરું છે. જો ગ્રુપમાં જોવા ગયા હોય તો એકાદ બે જણાને પૂછો? કઈ ફિલ્મ જોવા આવ્યા તો માથું ખંજવાળશે જ.
औरो में कहां दम था
પાંચ દસ વાર ગોખી નાખો તો પણ ભૂલી જવાના ચાન્સીસ છે. આવા અટપટા નામ વાળી ફિલ્મ દિગ્દર્શક, સ્ટોરી એન્ડ સ્ક્રીપ્ટ રાઇટર નીરજ પાંડે એ બનાવી છે. ફિલ્મ જોરદાર છે સુપર્બ છે. શુક્રવારે RK Cinema Blue chipના Dolby ATMOS effect સાથે औरो में कहां दम था જોવાની અલગ જ મજા આવી.
ફિલ્મની વાર્તા કંઈક આવી છે : 
क्रिश्ना तुम्हे सुपरिटेंडेंट साहब बुला रहे है | क्रिश्ना साहेब की ऑफिस में पहुँचता है | साहब उसे वकील अभिजीत की पहेचान कराते है | अभिजीत क्रिश्ना को कहते है तुम्हारी 25 साल की सजा थी उसमे दो साल की सजा कम हो गई| तुम्हारे अच्छे वर्ताव से, कल तुम्हे रिहा कर दिया जाएगा| क्रिश्ना वकील को कहते है बहार जाने के लिये में तैयार नहीं हूँ? 
वकील : कमाल की बात करते हो| केदी जेल से बहार जाने की सोचता है और तुम जेल के बहार जाने से इन्कार करते हो| यह कोई होटल थोड़ी है| की तुम जब चाहो तब चेक आउट कर शकते हो ? क्रिश्ना निराश होकर ऑफिस से वापस जेल में आता है| देखता है एक अट्टागट्टा केदी एक केदी को कानपट्टी पकड़ कर उठबैठ कराता है| क्रिश्ना उसे पीटता है | सुपरिटेंडेंट समज जाता है| क्रिश्ना ऐसा करके जेल मे रहेना पसंद करेगा| 
क्रिश्ना का दोस्त जिग्नेश उसे लेने आया था| उसने जेल के जेलर को खरीद लिया है| क्रिश्ना के पास मोबाइल पहोंच जाता है| आर्थर जेल की डोकाबारी जिसमें से केदी रिहा हो कर बाहर नीकलता है| उसकी अंदर की दीवाल पर लिखा था ‘यहां से जायेगा, वापस नहीं आयेगा’
બ્લોગમાં આ ફિલ્મની સ્ટોરી અક્ષરશઃ लिख सकता हूं लेकिन दर्शकों के लिये चोटदार डायलॉग पेश कर आप को RK Cinema Blue chip में Dolby ATMOS effectमें बैठकर फिल्म देखने की गुजारिश करता हूं|
दिल छु लेने वाले डायलॉग : 
- We have no branch ‘Firdos Grandson’ restaurant में क्रिश्ना के कहने से लिखा गया था| 
- किसी के नुकसान में किसी का फायदा होगा
- प्यार में झूठ झूठ नहीं होता
- प्यार में नींद क्यों उड़ जाती है? प्यार में इंसान उल्लू बन जाता है|  
- दोस्तों बाहर के हालात अच्छे नहीं है,
बाहर के मुकाबले यहां का माहौल अच्छा है 
- काम करो और बात खत्म करो 
- पढ़ाई से बड़ा हथियार नहीं 
- क्रिश्ना का दूसरा नाम अभिजीत है 
- कुछ हासिल करने के लिए कुछ हिम्मत की जरूरत होती है 
और वह तुममे है, मैं तुम्हारे साथ हूं
Song :
- यह दिल आजकी शाम को संभालके रखना,कहाँ एसे लम्हें आयेंगे
- तेरे रंग से मिलता जुलता इस जग में कोई रंग नहीं 
- ये दिल जरा कल भी धड़कना, वजूद मेरा तुम्ही से हो 
क्या मेरा जो तुम्ही न रही, बदल मत जाना, मौसम थोड़ा हूं 
अंत में हर दर्शकों को चैलेंज करता हूँ, फिल्म जितनी बार फ्लेशबैक का रेपीटेशन देखोंगे हर वक्त एक नया कहानी में ट्विस्ट आएगा, दिग्दर्शक नीरज पांडे ने इतने सारे टवीस्ट खड़े किए हैं कि THE END तक आपको शीट में बैठने के लिए मजबूर करेगा| 
आप भी मेरे साथ बोल उठेंगे ‘औरों में कहां दम था’

Blog By Rushi Dave

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